गाण्डेय सीट हाथ से गई तो वर्षों पड़ेगा पछताना
गिरिडीह:- गाण्डेय विधानसभा प्रत्याशी मुफ्ती मोहम्मद सईद ने देश और राज्य में मुसलमानों के साथ हो रहे राजनीतिक भेद-भाव और सौतेलापन को काफी शर्मनाक और मुसलमानों के लिए एक चेतावनी करार दिया है।
इस बाबत उन्होंने कहा कि देश में मुसलमानों को उनकी आबादी के हिसाब से राजनीतिक भागीदारी नहीं दी जाती है। साजिश के तहत देश के ताकतवर मुस्लिम नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है।
राज्य के 14 लोक-सभा सीटों में से किसी भी पार्टी ने 1 भी मुस्लिम को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है इससे सियासी पार्टियों में मुसलमानों की औकात क्या है यह पता चलता है। कहा कि गाण्डेय विधानसभा में मुसलमान काफी मजबूत स्थिति में है। यहां से पुर्व विधायक को जानबूझकर इस्तीफा दिलवाया गया। मुसलमानों के पारंपरिक सीट को हथियाने के लिए एक साज़िश रची गई है। अगर यह सीट एक बार हाथ से निकल गई तो यहां के मुसलमानों को आने वाले कई सालों तक पछताना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि मैं निस्वार्थ भाव से पिछले 20-22 सालों से लगातार गाण्डेय विधानसभा क्षेत्र की जनता की खिदमत कर रहा हूं। क्षेत्र के आम लोगों की भावनाएं मुझ से जुड़ी हुई हैं। जनता चाहती है कि यहां का स्थानीय उम्मीदवार ही विधायक बने। मुझे उम्मीद है कि गाण्डेय विधानसभा क्षेत्र की जनता बहुत सोच-समझकर आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान करेगी और किसी के बहकावे और छल कपट में बिल्कुल भी नहीं आएगी।